नमस्कार।
Know how to get admission in Rashtriya Military School ,(राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में प्रवेश की प्रक्रिया जाने कैसे मिलता है।)
सैनिक स्कूल Sainik school (AISSEE), राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल (RMS), और RIMC यह तीनों स्कूल अलग-अलग होती है ।आज हम राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में प्रवेश लेने की प्रक्रिया को बताने वाले हैं (ADMISSION ) करें और क्या प्रोसेसिंग होती है और SYLLABUS क्या है पूरी जानकारी के बारे में बात करेंगे।
सबसे पहले राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल की इतिहास के बारे में बात करें तो इसकी स्थापना सन 1925 मैं पहला स्कूल खुला था उस समय इसका नाम किंग जॉन रॉयल इंडियन मिलिट्री कॉलेज था। इसके बाद उसका नाम मिलिट्री स्कूल रखा गया और फिर फाइनल 2007 में इसका नाम राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल रख दिया गया। भारत में कुल 5 राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल है जो कि
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल अजमेर
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल बेलगांव
और बेंगलुरु तथा एक हिमाचल प्रदेश में है।
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों के लिए है जो इंडियन आर्मी में ऑफिसर है उनके बच्चों को प्रोत्साहन और इंडियन आर्मी जॉइन करने के लिए था ।बाद में इसमें कुछ सिविलियन व्यक्ति बच्चों को भी प्रवेश मिलने लगा अभी 30% है अर्थात जिनका कोई भी परिचित व्यक्ति आर्मी में नहीं है जैसे पिता भाई उन बच्चों को आर्मी में भर्ती के लिए और जानकारी कराने के लिए राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल या सैनिक स्कूल के माध्यम से किया जाता है हला की इस स्कूल में पढ़ने वाले हर बच्चे को यदि वह आर्मी में ज्वाइन करना चाहता है तो एग्जाम देना पड़ता है जैसे नवल अकैडमी,NDA, इसके बाद को आर्मी में ऑफिसर बनता है यहां केवल पढ़ाई होती है। यहां क्लास 6 से 12 स्कूल तक पढ़ाई होती है। इस स्कूल में कोई भी बच्चे एडमिशन ले सकते हैं जिनके पहले से कोई फौज में है अर्थात सैनिक स्कूल में सभी का एडमिशन होता है।
स्कूल में भर्ती (ADMISSION ) :-
स्कूल में भर्ती या पढ़ने के लिए कक्षा 6 और कक्षा 9 से होता है कक्षा 6 के लिए उम्र 10 से 12 साल के बीच में होनी चाहिए और कक्षा 9 के लिए 13 से 15 के बीच में होनी चाहिए। कक्षा 9 के लिए आठवीं किसी राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त स्कूल से पास होना चाहिए और 6 के लिए वह पांच और 6 कक्षा में पढ़ रहा हो तो एडमिशन हो जाएगा । उम्र की जांच मार्च महीना से किया जाता है।
इस स्कूल में भर्ती होने के लिए बच्चे को पहले Entrance test , इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट देना होता है इन सभी में पास होता है तो बच्चे को एडमिशन मिल जाता है और 12वीं तक पढ़ाई करता है इसके बाद यदि उसे आर्मी जॉइन करनी है तो वह फिर से एग्जाम देता है।
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SYLLABUS :-
कक्षा 6 के लिए गणित, सामान्य ज्ञान , रीजनिंग, और इंग्लिश या भाषा से(हिंदी ले सकते हैं) सवाल आते हैं परीक्षा में सवाल टिक मार्क आता है अर्थात प्रश्न के साथ 4 उत्तर होंगे उनमें से एक पर पिक करना है
प्रश्न कक्षा पांचवी तक जोक पढ़ें चुका है बच्चा उसी से पूछा जाएगा अर्थात कक्षा 1 से 5 तक की ही गणित और रिजनिंग आएगी सामान्य ज्ञान नॉर्मल पूछा जाता है जोकि तैयारी करना पड़ता है। और कक्षा 9 के लिए कक्षा 9 के पहले का जो पढ़ चुका है वही पूछा जाता है पर यह इंग्लिश भाषा मैं परीक्षा होता है।
फीस :-
यदि फीस की बात करें तो बिल्कुल कम होती है लगभग 50 हजार के पास होती है। इसके साथ ही कैटेगरी पर निर्भर करती है Fees (स्कूल फीस)
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल CBSC बोर्ड से मान्यता रखती है और यह डिफेंस ऑफ मिनिस्ट्री के देखरेख में सारे कार्य होते हैं अर्थात कंट्रोल करता है।
सैनिक स्कूल के बच्चे लगभग 30% नवल अकैडमी, NDA,IAS,UPSC, या ऑफीसर परीक्षा पास कर लेते हैं।
एक बार फिर बता दूं कि सैनिक स्कूल स्कूल AISSEE) ,RMS , और RIMC यह तीनों स्कूले अलग-अलग होती हैं इनमें एडमिशन की प्रोसेस अलग-अलग होती है।
और अधिक जानकारी के लिए सैनिक स्कूल राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल पर जाकर पता कर सकते हैं या इनकी वेबसाइट पर जाकर पता कर सकते हैं या और जानकारी चाहिए तो हमसे संपर्क कर सकते हैं।
इंदौर मध्य प्रदेश फो,नंबर- 9098479509
एक बात और यदि कोई बच्चा एडमिशन के लिए तैयारी कर रहा है तो सबसे ज्यादा अच्छा है कि वह स्वयं करें। इसके अलावा भर्ती होने के लिए परीक्षा के लिए बहुत सी कोचिंग भी होती है यदि ऐसी कोई जानकारी चाहिए तो हमसे संपर्क कर सकता है।
जय हिंद।