दोस्तों आज हम GK में Indian
Constitution में Indian Constitution of
Sources and Construction (भारतीय संविधान का स्रोत और निर्माण) से सम्बंधित आवश्यक सभी प्रश्न
बतायेगे जो Exam की दृस्टि से बहुत ही महत्व पूर्ण है और कई
बार आ
चुके है।
जानकारी को बहुवैकल्पिक प्रश्नों के रूप में भी प्रस्तुत किया गया है| प्रतियोगी छात्र के लिए :-
Basic :-
भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण और स्रोत (Indian
Constitution and Construction of the Indian Constitution and Sources ) -
आधुनिक युग मेँ संसार मेँ सर्वप्रथम लिखित संविधान संयुक्त राज्य अमेरिका का है जो, 1787 मेँ फिलाडेल्फिया सम्मेलन के बाद बनाया गया था। यूरोप मेँ सबसे पहला संविधान नीदरलैंड मेँ बना जो वर्तमान मेँ विद्यमान है।
भारतीय संविधान का निर्माण एक संविधान सभा द्वारा 2 वर्ष 11 महीने तथा 18 दिन मेँ किया गया था।जो की विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
संपूर्ण संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था। 26 जनवरी, 1950 को भारत को गणतंत्र घोषित किया गया।
भारतीय संविधान के कई विदेशी स्रोत हैं जिससे मिलकर हमारा संविधान बना है |जैसे कनाडा ,ब्रिटेन ,आयरलैंड फ्रांस , ऑस्ट्रेलिया ,जर्मनी,और अमेरिका ,अमेरिका के संविधान से हमारे संविधान में सबसे ज्यादा सहायता ली गयी है और भी कई देश हैं जिनकी सहायता से हमारा संविधान मिलकर बना है |
आपको जानना जरुरी है कि भारतीय संविधान पर सबसे अधिक प्रभाव 1935 के भारत शासन अधिनियम का है क्योंकि इसी अधिनियम से भारतीय संविधान के लगभग 250 प्रावधान लिए गए हैं. चलिए जानते हैं कि किस देश के संविधान से भारतीय संविधान में क्या-क्या लिया गया है ।
संविधान निर्माण प्रक्रिया के विभिन्न चरण -
प्रथम - 6 दिसंबर 1946 से 14 अगस्त 1947 - कैबिनेट मिशन के अंतर्गत संविधान सभा के कार्य ।
द्वितीय - 15 अगस्त 1947 से 26 नवम्बर 1949 - संविधान सभा संप्रभुता संपन्न निकाय तदर्थ संसद के रूप में ।
तृतीय - संविधान सभा की बैठक तृतीय वाचन के लिए 14 नवंबर, 1949 को हुई, यह बैठक 26 नवंबर 1949 को समाप्त हुई।
संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसंबर, 1946 को हुई, सच्चिदानंद सिन्हा को सभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया तथा मुस्लिम लीग ने इसका का बहिष्कार किया था। 11 दिसंबर, 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष चुना गया।
श्री बी. एन. राव को संविधान सभा के संवैधानिक सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया।
13 दिसंबर, 1946 को जवाहरलाल नेहरु ने संविधान सभा मेँ उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत कर संविधान निर्माण का कार्य प्रारंभ किया, यह प्रस्ताव संविधान सभा ने 22 जून 1947 को पारित कर दिया।
संविधान निर्माण के पीछे मुख्य रुप से जवाहरलाल नेहरु, सरदार बल्लभ भाई पटेल, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम, आजाद आचार्य कृपलानी, टी टी कृष्णामचारी एवं डॉ. बी. आर. अंबेडकर । संविधान का पिता बी. आर. अंबेडकर को कहा गया है।
भारत मेँ संविधान सभा का गठन कैबिनेट मिशन योजना के प्रावधानोँ के अनुसार अप्रत्यक्ष रुप से राज्योँ की विधानसभाओं द्वारा 1946 मेँ किया गया था। निर्वाचन केवल तीन संप्रदायोँ, मुस्लिम सिख व अन्य हिंदू मेँ विभक्त किया गया था। चीफ कमिश्नरी प्रांतो को भी संविधान सभा मेँ प्रतिनिधित्व दिया गया था।
कैबिनेट मिशन के अनुसार संविधान सभा के सदस्योँ की संख्या 389 थी, जिनमें 229 प्रांतो मेँ से तथा 93 देशी रियासतो मेँ से चुने जाते थे, 4 कमिश्नरी क्षेत्रोँ मेँ से थे। प्रत्येक प्रांत और देसी रियासतों को अपनी जनसंख्या के अनुपात मेँ स्थान आवंटित किए गए थे।
संविधान सभा मेँ जनसंख्या के आधार पर प्रतिनिधि निर्धारित किए गए १० लाख पर 1।
संविधान सभा मेँ महिलाओं की संख्या 9 तथा अनुसूचित जनजाति के सदस्योँ की संख्या 33 थी।
भारत के मूल संविधान मेँ 395 अनुच्छेद तथा 22 भाग एवं 4 परिशिष्ट व 8 अनुसूचियां थीं, जबकि वर्तमान समय मेँ अनुच्छेदो की कुल संख्या 395 तथा कुल 25 भाग एवं 5 परिशिष्ट तथा 12 अनुसूचियां हैं।
भारतीय संविधान के कई विदेशी स्रोत हैं जिससे मिलकर हमारा संविधान बना है |जैसे -
अमेरिका के संविधान से -
मूल अधिकार (Fundamental Rights) –
उपराष्ट्रपति का पद (The Post of Vice-President)
न्यापालिका की स्वतंत्रता -
न्यायिक पुनरीक्षण या पुनर्विलोकन का सिद्धांत -
सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों को पद से हटाया जाना और राष्ट्रपति पर महाभियोग -
आयरलैंड के संविधान से -
राज्य के नीति-निर्देशक सिद्धांत -
राज्यसभा के लिए सदस्यों का नामांकन -
राष्ट्रपति की निर्वाचन पद्धति -
जापान के संविधान से - -
विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया (Procedure established by law) -
जर्मनी का संविधान -
आपातकाल के समय मूल अधिकारों का स्थगन -
दक्षिणी अफ्रीका -
राज्यसभा के सदस्यों का निर्वाचन -
संविधान में संशोधन की प्रक्रिया
सोवियत संघ का संविधान -
मौलिक कर्तव्य (Fundamental Duties)
प्रस्तावना में सामजिक, आर्थिक और राजनीति न्याय का आदर्श -
कनाडा से-
केंद्र द्वारा राज्य के राज्यपालों की नियुक्ति -
अवशिष्ट शक्तियों का केंद्र में निहित होना -
सशक्त केंद्र के साथ संघीय व्यवस्था -
उच्चतम न्यायालय का परामर्शी न्याय-निर्णयन -
ब्रिटेन से -
एकल नागरिकता (Single Citizenship) -
संसदीय व्यवस्था -
मंत्रिमंडल प्रणाली -
विधायी प्रक्रिया -
संसदीय विशेषाधिकार (Parliamentary Privileges) -
राज्याध्यक्ष का प्रतीकात्मक या नाममात्र का महत्त्व -
फ्रांस से -
स्वतंत्रता समता और बंधुता के आदर्श -
गणतंत्रात्मक ढाँचा (Republic Structure)
ऑस्ट्रेलिया के संविधान से -
समवर्ती सूची -
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक
व्यापार वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता -
संविधान बनाने के लिए संविधान सभा ने सबसे पहले 13 समितियो का गठन किया। इन समितियोँ ने अगस्त 1947 तक अपनी अपनी रिपोर्ट भेजी और उसके पश्चात उन रिपोर्ट पर संविधान सभा ने विचार किया, तत्पश्चात डॉ. बी. एन. राव ने संविधान सभा द्वारा किए गए निर्णय के आधार पर संविधान का पहला प्रारुप तैयार किया। इसे तैयार करने मेँ सर बी. एन. राव ने लगभग तीन महीने लगाए। संविधान के प्रथम प्रारुप मेँ 243 अनुच्छेद तथा 13 अनुसूचियां थीं।
संविधान निर्माण के लिए विभिन्न समितियां, जैसे प्रक्रिया समिति, वार्ता समिति, संचालन समिति कार्य समिति, संविधान समिति, झंडा समिति आदि का निर्माण किया गया` -
समितियां – प्रारूप समिति
सदस्य संख्या – 7
अध्यक्ष - डॉ. बी. आर. अंबेडकर
समितियां – कार्य संचालन समिति
सदस्य संख्या – 3
अध्यक्ष - के. एम. मुंशी
समितियां – संघ शक्ति समिति
सदस्य संख्या – 9
अध्यक्ष - पं. जवाहर लाल नेहरु
समितियां – मूल अधिकार एवं अल्पसंख्यक समिति
सदस्य संख्या – 54
अध्यक्ष - सरदार बल्लभ भाई पटेल
समितियां – संघ संविधान समिति
सदस्य संख्या – 7
अध्यक्ष - पं. जवाहर लाल नेहरु
समितियां – झंडा समिति
सदस्य संख्या – 7
अध्यक्ष - जे. बी. कृपलानी
समितियां – वार्ता समिति
सदस्य संख्या – 7
अध्यक्ष - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
समितियां – प्रांतीय संविधान समिति
सदस्य संख्या – 7
अध्यक्ष - सरदार बल्लभ भाई पटेल
समितियां – प्रक्रिया समिति
सदस्य संख्या – 7
अध्यक्ष - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
जानकारी को बहुवैकल्पिक प्रश्नों के रूप में भी प्रस्तुत किया गया है -
प्रस्तावना की भाषा किस देश से ली गई है - ऑस्ट्रेलिया ,
संविधान में समवर्ती सूची की प्रेरणा कहाँ से ली गई है - ऑस्ट्रेलिया ,
भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों को किस देश से लिया गया है - रुस के संविधान से,
राज्य में कलेक्टर का पद औपनिवेशिक शासन ने किस देश से उधार लिया था - इंग्लैंड से,
कानून के समक्ष समान संरक्षण’ वाक्य कहाँ से लिया गया है - संयुक्त राज्य अमेरिका से,
भारत के सविधान में मूल अधिकार किस देश के संविधान से प्रेरित है - संयुक्त के वीमर संविधान से ,
भारतीय संविधान की संशोधन प्रक्रिया किस देश के संविधान से प्रभावित है - दक्षिण अफ्रीका ,
विधि के समक्ष समता’ कहाँ से ली गई है - इंग्लैंड से,
भारत के राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियाँ किस देश से ली गई हैं - जर्मनी के,
संविधान में ‘कानून द्वारा स्थापित’ शब्दावली किस देश के संविधान से ली गई है - संयुक्त राज्य अमेरिका ,
भारतीय संविधान संसदीय प्रणाली किस देश के संविधान से ली गई है - इंग्लैंड ,
भारतीय संविधान का कौन-सा लक्षण आयरिश संविधान से अनुप्रेरित है - नीति-निर्देशक तत्व ,
भारतीय संविधान का सबसे बड़ा एकाकी स्त्रोत कौन-सा है - गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट, 1935 ,
भारतीय संविधान की संघीय व्यवस्था किस देश की संघीय व्यवस्था से समानता रखती है - कनाडा,
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